आठ माह के बाद कविता को मिला प्रधान पद -रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस टीम ने किया था गिरफ्तार
गदरपुर/ उधम सिंह नगर। रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई महिला ग्राम प्रधान को जमानत पर रिहा होने के आठ माह बाद पुन: प्रधान पद का दायित्व सौंपा गया है। शनिवार को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी दीपक असगोला ने ग्राम पंचायत गिरधर नगर की ग्राम प्रधान कविता गुंबर को पुन: ग्राम प्रधान पद का दायित्व सौंपते हुए नियुक्ति पत्र प्रदान किया। बीती 23 मार्च को ग्राम पंचायत गिरधर नगर की ग्राम प्रधान कविता गुंबर को शौचालय के लिए प्रोत्साहन राशि दिलाने के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। गदरपुर के इतिहास में यह पहला मामला था जब किसी महिला ग्राम प्रधान को रिश्वत के मामले में जेल भेजा गया था। कविता गुंबर का कहना था कि उसके विरोधियों ने उसे झूठे मामले में फंसाया गया है।
पंचायती राज विभाग की तरफ से कविता गुंबर को ग्राम प्रधान पद से बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया था। उप प्रधान चंचल रानी को प्रधान का कार्यभार सौंपा गया था। करीब पांच माह तक जेल में रहने के बाद कविता गुंबर जमानत पर बाहर आई हैं। जेल से बाहर आने के बाद कविता गुंबर को दोष सिद्ध न होने तक ग्राम प्रधान पद का दायित्व सौंपे जाने का आदेश जारी हुआ। आदेश जारी होने के बाद शनिवार को खंड विकास अधिकारी शेखर जोशी की मौजूदगी में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी दीपक असगोला ने कविता गुंबर को ग्राम प्रधान के पद पर बहाल होने का पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर जगदीश गुंबर भी मौजूद थे।
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संपादक – फास्ट न्यूज़ उत्तराखण्ड
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