नए डीआईजी रावत का ऐलान- नशा तस्करों की संपत्ति होगी जप्त

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नशा तस्करी में सबसे अधिक 25 अपराधी नैनीताल व 13 उधमसिंह नगर तथा 13 अपराधी चंपावत, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले के हैं

हल्द्वानी। नशा तस्करों के खिलाफ कार्यवाही के बाद भी नशा तस्करी थम नहीं हो रही हैं। ऐसे में पुलिस ने अब नशा तस्करों की संपत्ति जप्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। नवनियुक्त डीआईजी कुमाऊं योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नशा तस्करों के खिलाफ अब पुलिस बड़ी कार्रवाई करने जा रही है, जिसके तहत अब करीब 50 से अधिक नशा तस्करों की संपत्ति को चिन्हित कर उनके अवैध संपत्ति को जप्त करने की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को भेजा गया है। जहां कुछ मामले राजस्व न्यायालय में चल रहे हैं, जबकि कुछ मामलों में न्यायालय से संपत्ति जप्त करने के आदेश भी मिल चुके हैं। ऐसे में अब नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई होने जा रही है, उन्होंने बताया कि नशे के कारोबार से अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को जप्त करने की कार्यवाही की जाएगी।

बताया जा रहा है, कि नशा तस्करी में सबसे अधिक 25 अपराधी नैनीताल व 13 उधमसिंह नगर तथा 13 अपराधी चंपावत, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले के हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त करना चाहती है। पुलिस भी इसी मिशन के साथ आगे बढ़ रही है, हाल के दिनों में बड़े नशा तस्करों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है, जिसका नतीजा है कि उधमसिंह नगर और हल्द्वानी में दो मामलों में एक करोड़ रुपए के ड्रग्स पकड़े गए हैं। साथ ही पुलिस को निर्देशित किया गया है कि उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर निगरानी बनाई जाए, जिससे कि नशा तस्कर उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड में प्रवेश न कर सके।

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