पिता की हत्या मामले में आजीवन सजा काट रहे कैदी की बीमारी से मौत

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हल्द्वानी। पिता की मौत के दोषी सजायाफ्ता कैदी की सोमवार को लंबी बीमारी के बाद उपचार के दौरान एसटीएच में मौत हो गई। कैदी दिमाग की टीबी की बीमारी से ग्रसित था। कैदी का उपचार एम्स ऋषिकेश से चल रहा था। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। कैनाल रोड बाजपुर निवासी 44 वर्षीय रनवीर अपने पिता चतर सिंह की हत्या के मामले में 2020 से जेल में बंद था। इसी साल उसे नैनीताल जेल से स्थानांतरित कर उपकारागार हल्द्वानी में शिफ्ट किया गया था। तभी से उसका इलाज चल रहा है।

जेल अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि रनवीर को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। बताया कि वह गंभीर बीमारी से ग्रसित था। पूर्व में उसका बेस अस्पताल और डॉ.सुशीला तिवारी अस्पताल से उपचार चला। हालत न सुधरने पर एम्स ऋषिकेश से इलाज चल रहा था। सोमवार सुबह उसकी जेल में तबीयत बिगड़ गई। उसे दिमाग की टीबी की बीमारी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी और वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच सजायाफ्ता कैदी का पोस्टमार्टम किया गया।

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